तेरा दिया हुआ जखम आखिर मेरे काम आ गया।💘
Shayari तेरा दिया हुआ जखम आखिर मेरे काम आ गया।भरी महफिल मे मैंने तुझे बेवफा कहा।और लोगों की जुबां पर तेरा नाम आ गया।
Shayari तेरा दिया हुआ जखम आखिर मेरे काम आ गया।भरी महफिल मे मैंने तुझे बेवफा कहा।और लोगों की जुबां पर तेरा नाम आ गया।
मिलोगे हमसे… तो हमारे क़ायल हो जाओगे…दूर से हम ज़रा… मग़रूर नज़र आते हैं…!!
माँ के बगैर… घर सुना लगता है…और पिता के बगैर… जिंदगी…!!
ठीक होता है कभी -कभी…कुछ लोगों का दूर जाना…!!
रुकी हुई ज़िन्दगी का…एक और चलता हुआ दिन मुबारक…!!
खुद ही बनातें है हम… पेचीदा जिंदगी को…वर्ना तो जीने के नुस्खे… आसान बहुत है…!!
बे-बस कर दिया तूने…अपने बस में करके…!!
नसीब भी शायद… कच्ची पेंसिल से लिखा जाता है…जब भी अच्छा होता है….तुरन्त मिटा दिया जाता है…!!
एक दौर जीवन मे ऐसा भी आया…अपने रुला गए… और गैरो ने जीना सीखा दिया…!!
लम्बा सफ़र तय करना है तो…ठोकरों से मुलाकात लाज़मी है…!!