मेरे एहसासों को छूकर कभी देखो जरा …
मेरे एहसासों को छूकर कभी देखो जराकितना मुश्किल है किसी दर्द पे पर्दा रखना….! https
मेरे एहसासों को छूकर कभी देखो जराकितना मुश्किल है किसी दर्द पे पर्दा रखना….! https
तू रूठा रूठा सा लगता है.,कोई तरकीब बता मनाने की।मैं ज़िन्दगी गिरवी रख दूंगी,तू क़ीमत बता मुस्कुराने 🤗की।
कहने को जी रहे है… बड़ी शान से…मगर हम… हसरतो के कर्ज में डूबे, फकीर है…!!
पहचान से की हुई सेवाज्यादा दिन याद नही रहती…. लेकिन सेवा से की हुई पहचानजिंदगी भर याद रहती!!! सुप्रभात
यूँ जो गरज रहे हैं हिज़्र के बादल, लगता है फिर तेरी यादों की बरसात होने वाली है।✍️🏻
एक अजीब सुकून है उस नीद में.जो बुरी तरह से रोने के बाद आती है..
ए हसीना…हमने दिल का रुख तेरी और मोड़ दिया है, इसे कायल कर या घायल…..ये तुझपे छोड़ दिया है !!
ज़िंदगी भी कहाँ तक सितम ढहाएगी,गुज़री है, गुज़र रही है, गुज़र जाएगी ।।
शब्द के अर्थ समझते सब है. खामोशी🤫 को जो समझे तलाश उसकी है…
तज़ुर्बे ना पूछो ज़िंदगी के. उम्र शर्मिंदा हो जाएगी !!