सब कुछ, चाहने से हासिल हो जाए…
सब कुछ, चाहने से हासिल हो जाए… ये मुमकिन नही…दोस्त, ये जिंदगी है… पिता का घर नहीं…!! Happy father’s day’s💞💞💞💞
सब कुछ, चाहने से हासिल हो जाए… ये मुमकिन नही…दोस्त, ये जिंदगी है… पिता का घर नहीं…!! Happy father’s day’s💞💞💞💞
मेरी एक उम्र की मेहनत से… जो मकान बना…मेरे बच्चों को… वो सस्ता दिखाई देता है…!!
चट्टानों सी हिम्मत औरजज्बातों का तुफान लिए चलता है,पूरा करने की जिद से ‘पिता’दिल में बच्चों के अरमान लिए चलता है। बिना उसके न इक पल भी गंवारा है,पिता ही साथी है, पिता ही सहारा है।👳